बहुत गम थे इस ज़िंदगी में, एक आपने क्यों दे दिया, जी ही लेते थे आपकी मोहब्बत के सहारे, यह सहारा क्यों हमसे छीन लिया, अब कैसे रहे तन्हा आप ही कह दीजिये, दिन गुजरते थे देख के आपको,आपने क्यों पर्दे के पीछे चेहरा छुपा लिया
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